New Hindi poetry 2020 || True love poetry || Silent love || Heart touching hindi poem|| पत्थर दिल का प्रेम

" काव्यरस-पान "

      दीदार-ए-चाँद  पे   एक रात  लिख दूँ
      सजी हो महफिलें तो, इन्हें  हसी़ं शाम लिख दूँ
      कभी फुर्सत हो तुमको मेरे भी लिए तो,,,,
      बची हर साँस को भी ,मैं तुम्हारा साथ लिख दूँ|||

      लिखूँ मैं कृष्ण का माखन और मुरली की मधुर-नाद              लिख   दूँ,
      लिखूँ मैं राधिका का भाव और यमुना किनारे रास 
      लिख  दूँ,
      बन जाओ अगर एक बार मेरी लेखनी तो;
      ये गोकुल ,   ये मथुरा ,   और ,वो वृंंदावन,,,,,,, 
      तीनों एक साथ लिख दूँ|||

      पढूँ मैं सूर की श्रद्धा,और, काशी का तुलसीदास लिख दूँ
     पढूँ मैं मीरा के मन का प्रेम, स्वयं को सिया-चरण का दास        लिख दूँ ;
      कर लो भ्रमर इस काव्य-रस का पान ग़र तो,, ,,,
      इस धरातल से परे मैं ,पंचतत्व का ग्यान लिख दूँ|||

        बताऊँ क्या 'अभि' के पत्थर हृदय के प्रेम को मैं,,
        लिख दूँ या छिपाऊँ आज निज-मन-भेद को मैं,
        सातों सुरों का साज और सातों भुवन का प्रेम लिख दूँ,
        बैठकर अकेले श्मसान में भी, मैं सकल श्रृंगार लिख              दूँ|||
               -----Abhishek Thakur















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